हुआ क्या हाल है बताऊँ दोस्तों?
फोन रख कहीं भाग जाऊँ दोस्तों ?
लिस्ट में मौसी- मामी छा गए हैं
घर के बड़े फेसबुक पे आ गए हैं
पहले माँ ख़ुशी जताने जाती थी
"बिट्टू ने कार ली",बताने जाती थी
उनका मन ये सुन खट्टा होता था
कि मुझे पहले से पता होता था
सन्देश लम्बा भड़काऊ आए
बुआ ग्रुप पे तिल ताड़ बनाएं
घर में प्रयोग होने लगे हैं अनोखे
दादी सिखाये रोज़ घरेलु नुस्खे
अब काका भेजे है "जीएम" मुझको
काकी पुरे दस गुलदस्ते मुझको
मामा भेज पुराने वीडियो इतरा गए हैं
घर के बड़े व्हाट्सएप्प पे आ गए हैं
इमोजी न बुझे, हैं भोले
कमेंट टुटा-फूटा ये बोले
बिसरे नामों से मुझे बुलाए
झूठे सलीके न इनको भाए
शेयर करते तस्वीरें बचपन की
साथी उनके अकेलेपन की
स्मार्ट लोग छल से बौरा गए हैं
वे सोशल मीडिया पेआ गए हैं
© जूही गुप्ते
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